Web 3.0 Kya Hai ? इसकी क्या खासियत है और यह कैसे इंटरनेट से अलग हो सकता है इसका क्या फायदा और क्या नुकसान है इन सब के बारे में आज हम बताएंगे
Web 3.0 को जानने से पहले हमको Web 1.0 Web 2.0 को जानना पड़ेगा
Web 3.0 Kya Hai ? – हिंदी में पूरी जानकारी
- एप्लीकेशन के लिए वर्ल्ड वाइड वेब (www) का प्रयोग किया जाता है
आवेदन संचार।
एक वेब सेवा एक सॉफ्टवेयर प्रणाली है जिसे समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है
इंटरनेट पर कंप्यूटर से कंप्यूटर इंटरेक्शन।
वर्ल्ड वाइड वेब (www) सर टिम द्वारा बनाया गया था
1989 में बर्नर्स-ली। - बर्नर्स-ली ने मार्गदर्शन करने में सक्रिय भूमिका निभाई है
मार्कअप जैसे वेब मानकों का विकास
भाषाएँ जिनमें वेब पेज बनाए जाते हैं।
बर्नर्स-ली सर्न (द यूरोपियन) में चिंतित थे
जिनेवा, स्विट्जरलैंड में परमाणु अनुसंधान संगठन।
Web 1.0 क्या है ?
Web 1.0 आप इंटरनेट पर वीडियो तो देख सकते थे लेकिन उसमें कमेंट नहीं कर सकते थे फेसबुक या व्हाट्सएप जैसे मैसेंजर एप यूज़ नहीं कर सकते थे किसी भी दोस्त से बात नहीं कर सकते थे कोई भी इंटरनेट पर अकाउंट नहीं बना सकता था जैसे कि आज लोग यूट्यूब पर वीडियो बनाते हैं टिक टॉक पर वीडियो बनाते हैं उस टाइम यह सब नहीं हुआ करता था
Web 2.0 क्या है ?
Web 2.0 का मतलब dynamic and interactive website
इसका मतलब यह है कि जैसे कि आप web 1.0 में सिर्फ ब्राउज कर सकते थे किसी भी पोस्ट में कमेंट नहीं कर सकते थे लेकिन web 2.0 में आप किसी भी वीडियो में कमेंट कर सकते हैं
- Web 2.0 मैं आप अपनी अकाउंट बना सकते हैं
- Web 2.0 मैं आप यूट्यूब चैनल बना सकते हैं
- Web 2.0 मैं आप इंस्टाग्राम अकाउंट बना सकते हैं
- वेब 2.0 में व्हाट्सएप मैं अपने दोस्तों से बात कर सकते हैं
- वेब 2.0 में आप फेसबुक चला सकते हैं
- वेब 2.0 में आप इंटरनेट से पैसा कमा सकते है
मतलब यह है कि अभी आप वेब 2.0 में है जैसे अभी आप इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं और इसके नीचे कमेंट कर पा रहे हैं आप इंटरनेट पर अपनी अकाउंट बना सकते हैं इस तरह अभी आप यूट्यूब चैनल इंस्टाग्राम अकाउंट फेसबुक अकाउंट व्हाट्सएप अकाउंट यह सब कुछ कर पा रहे हैं इसका मतलब यह है के अभी आप वेब 2.0 में है
Web 3.0 क्या है ?
वेब 3.0 का मतलब है डिसेंट्रलाइज मतलब इसमें किसी का हाथ नहीं होगा यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के ऊपर चलेगा जैसे कि आजकल क्रिप्टोकरंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर चल रहा है ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में कोई भी डाटा एक सरवर से दूसरे सरवर में नहीं जाता इसलिए इसमें किसी भी चीज का एक होना नामुमकिन है वेब 2.0 हर तरह से बांधा हुआ है लेकिन वह 3.0 किसी के पास बांधा हुआ नहीं रहेगा वह हर तरफ से सेफ रहेगा जैसे के क्रिप्टोकरंसी के ऊपर किसी का हाथ नहीं है वह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के ऊपर चलता है जितने भी लोग क्रिप्टोकरंसी यूज करते हैं सबके पास थोड़ा थोड़ा पावर होता है किसी एक बंदे के पास नहीं होता इस तरह वेब 3.0 में होगा
वेब 3.0 सबसे हालिया इंटरनेट तकनीक है जो एमएल (मशीन लर्निंग) एल्गोरिदम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के साथ-साथ ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग वास्तविक समय के पारस्परिक संबंधों को सक्षम करने के लिए करती है।
लोग न केवल अपनी प्रासंगिक जानकारी का प्रबंधन करने में सक्षम होंगे। सभी नवीनतम इंटरनेट प्रौद्योगिकी के लिए धन्यवाद कि व्यक्तियों को प्रतिपूर्ति ऑनलाइन खर्च करने का समय मिल जाएगा।
एक वैकल्पिक प्रकार के ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर विचार करें जो कमोबेश सटीक रूप से आपके द्वारा दर्ज की गई बातों का अनुवाद करता है और जो आप कहते हैं उसे भी समझता है I
यह या तो पाठ, भाषण और शायद अन्य सूचना प्रदाताओं के माध्यम से होता है और जिसमें आपको प्राप्त होने वाली सामग्री आपके लिए पहले से कहीं अधिक वैयक्तिकृत होती है।
वेब 3.0 की शुरुआत के साथ, हम निश्चित रूप से इंटरनेट के विकास में एक नए चरण की दहलीज पर पहुंच गए हैं।
Web 3.0 के फायदे
Web 3.0 के कई फायदे हैं जैसे
वेब 3.0 में हमें पूरी तरह से सिक्योरिटी मिलती है जैसे आजकल बहुत सारे hacker होते हैं हे कर हमारी डाटा को वेबसाइट से या फिर इंटरनेट कि इतनी बड़ी दुनिया में किसी भी चीज से हमारी डाटा को चुरा लेते हैं हमारा अकाउंट हैक कर लेता है हमारी आईडी खो जाती है और इस तरह ना जाने कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन वेब 3.0 में हमारा डाटा किसी एक सरवर पर नहीं होगा
बल्कि बहुत सारे सरवर पर होगा बहुत सारे कंप्यूटर्स में होंगे तो है कर हमारी डाटा को कलेक्ट नहीं कर पाएगा अगर एक सरवर से डाटा कलेक्ट कर लिया तो इसके अलावा और भी बहुत सारे सरवर में हमारी डाटा रहेंगी तो उसको Hake करना नामुमकिन होगा I